छत्तीसगढ़ पुलिस की गाड़ियों में 30 महीनों में ₹300 करोड़ का डीज़ल खर्च, बीजापुर बना सबसे खर्चीला जिला!
66,000 प्राइवेट गाड़ियों पर अलग से करीब ₹170 करोड़ का डीज़ल डाला गया
छत्तीसगढ़ विधानसभा के जुलाई 2025 के मानसून सत्र में पुलिस वाहनों पर डीज़ल खर्च का मुद्दा जोरदार ढंग से उठा। सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों ने सबको चौंका दिया। पिछले 30 महीनों में छत्तीसगढ़ पुलिस की 22,543 सरकारी गाड़ियों में लगभग ₹130 करोड़ का डीज़ल खर्च किया गया। इसके अलावा किराए पर ली गई लगभग 66,000 प्राइवेट गाड़ियों पर अलग से करीब ₹170 करोड़ का डीज़ल डाला गया।
इस प्रकार केवल डीज़ल पर पुलिस विभाग द्वारा कुल ₹300 करोड़ से अधिक खर्च किए गए। जिलेवार आंकड़ों में पाया गया कि सरकारी गाड़ियों के डीज़ल खर्च में रायपुर सबसे आगे है, जहां हर साल औसतन ₹8 करोड़ डीज़ल खर्च होता है। वहीं, बीजापुर में केवल प्राइवेट गाड़ियों पर एक ही साल में ₹16 करोड़ से अधिक का डीज़ल खर्च हुआ, जो राज्य में किसी भी जिले में सबसे ज्यादा है।
इस बड़े खुलासे के बाद विधानसभा में संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा गया, लेकिन अब तक न तो विभागीय सफाई आई है और न ही कोई आधिकारिक बयान। इससे पूरे मामले पर संदेह और बहस का माहौल बन गया है।
क्या यह खर्च जरूरी था या इसमें अनियमितता छुपी है? — यह सवाल अब राज्य की जनता और विपक्ष दोनों पूछ रहे हैं।