क्राइम

मुकेश हत्याकांड में बड़ा धमाका: भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले पत्रकार की मौत पर PWD के 5 अफसर सलाखों के पीछे

PWD के 5 अफसर सलाखों के पीछे

सच्चाई की कीमत एक बार फिर भारी पड़ी — और इस बार चुकानी पड़ी जांबाज़ पत्रकार मुनकेश चंद्राकर को।

उनकी हत्या के पीछे का पर्दा अब हटता दिख रहा है। बालाघाट जिले में 73 करोड़ की सड़क परियोजना में भारी घोटाले की परतें जब मुनकेश ने उधेड़नी शुरू कीं, तो उन्हें हमेशा के लिए चुप करवा दिया गया।

मामले की गहराई से छानबीन कर रही पुलिस ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने सड़क निर्माण में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया — कागज़ों में सड़कें बनीं, लेकिन ज़मीन पर सिर्फ गड्ढे ही मिले।

एक रिपोर्ट, जिसने खोल दी भ्रष्टाचार की पोल

उन्होंने खुलासा किया था कि करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद सड़कें तय मानकों पर नहीं बनीं — गुणवत्ता के नाम पर खानापूर्ति की गई और भुगतान पूरा कर लिया गया।

इस रिपोर्ट के बाद मुनकेश को लगातार धमकियाँ मिल रही थीं। और फिर एक दिन — वो ख़ामोश कर दिए गए।

पुलिस को मिला सुराग, घेरा अफसरों को

जांच में पुलिस ने पाया कि मुनकेश की हत्या महज़ संयोग नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश थी। इस खुलासे के बाद जिन 5 अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई है, वे सभी उसी विभाग से जुड़े हैं जिसकी गड़बड़ियों को मुनकेश उजागर कर रहे थे।

मुनकेश की मौत ने पूरे पत्रकारिता जगत को झकझोर दिया। लेकिन अब जब पहली बार इस केस में ठोस कार्रवाई हुई है, तो उम्मीदें फिर से ज़िंदा हो उठी हैं।

स्थानीय पत्रकार संगठनों और आम लोगों ने इस गिरफ़्तारी को मुकेश को न्याय दिलाने की दिशा में बड़ा कदम बताया है।

अभी और भी खुलासे बाकी हैं…

सूत्रों का कहना है कि मामले में कुछ और नाम जल्द सामने आ सकते हैं। मुख्यमंत्री ने भी मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने और CBI जांच पर विचार करने के संकेत दिए हैं।

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