धर्म
जीवन के उद्देश्य

“यदि जीवन का उद्देश्य केवल खाना, सोना, संतान पैदा करना, पैसा कमाना और फिर मर जाना ही रह जाए, तो इंसान और जानवरों में फर्क ही क्या बचेगा? इंसान को इंसान बनाती है उसकी सोचने की क्षमता, तर्कशक्ति, और समाज व मानवता के प्रति उसकी जिम्मेदारी। यही विशेषताएं उसे पशु से अलग करती हैं और जीवन को एक ऊँचे उद्देश्य की ओर ले जाती हैं।”