“सौ साल की आज़ादी तक उत्तराखंड बने देश का सिरमौर” – राष्ट्रपति मुर्मू की देवभूमि से नई उम्मीद

रिपोर्ट | मोर माटी उत्तराखंड
देहरादून | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का उत्तराखंड में पहला दौरा सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि एक संदेश था — विकास, विरासत और विश्वास का संदेश। गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर देवभूमि पहुंचीं राष्ट्रपति मुर्मू ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित कार्यक्रम में करीब ₹2,000 करोड़ की 9 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
🔹 विकास की झलक — 9 बड़ी योजनाएं
- कालिगंगा II जलविद्युत परियोजना, रुद्रप्रयाग
- 132/33 केवी सब-स्टेशन, पथराडा (हरिद्वार)
- सोबन सिंह जीना मेडिकल साइंस एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, अल्मोड़ा
इन परियोजनाओं से राज्य की बुनियादी सुविधाओं और स्वास्थ्य क्षेत्र को नया आयाम मिलने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति का संदेश – “संभावनाओं से भरा है उत्तराखंड”
समारोह में राष्ट्रपति ने कहा,
“भारत जब स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब तक उत्तराखंड देश का सबसे आगे बढ़ता राज्य बन सकता है।”
उन्होंने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विविधता और पर्यटन की अपार संभावनाओं पर ज़ोर देते हुए कहा कि यहां नेचर टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, और मेडिकल टूरिज्म को वैश्विक पहचान दिलाई जा सकती है।
संस्कृति और महिलाओं की सराहना
राष्ट्रपति ने उत्तराखंड की महिलाओं के योगदान को खासतौर पर याद किया।
- बछेंद्री पाल – पहली भारतीय महिला एवरेस्ट विजेता
- बसंती बिष्ट – प्रसिद्ध लोकगायिका
- वंदना करारिया – सामाजिक कार्यकर्ता
“पहाड़ों की महिलाएं और यहां की संस्कृति, देश को प्रेरणा देती है। इन परंपराओं को बचाकर रखना हमारी जिम्मेदारी है।”
मुख्यमंत्री धामी का सम्मान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपति को ‘संघर्ष से शक्ति तक’ की प्रतीक बताते हुए कहा कि,
“राष्ट्रपति मुर्मू का जीवन हर भारतीय के लिए प्रेरणा है, खासकर उन लोगों के लिए जो सीमित संसाधनों में बड़े सपने देखते हैं।”